बचपन की गलियां छूट जाती हैं
पर दिल की कलिया खिलती रहती हैं |
तुम रहे ना हमारे साथ
फिर भी रहे इस दिल में |
खुशियां हो या घम
याद रहते है तुम हर दम |
आँखों में है इंतज़ार उस दिन का
जब गूंजेंगे हसी दिल से |
होगा यह दिन मिलन का
हमारी तुम्हारी और खुशियों की ||
खुशियां हो या घम
याद रहते है तुम हर दम |
आँखों में है इंतज़ार उस दिन का
जब गूंजेंगे हसी दिल से |
होगा यह दिन मिलन का
हमारी तुम्हारी और खुशियों की ||